कोरबा। छत्तीसगढ़ किसान सभा, भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ ने कुसमुंडा खदान में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और खदान बंदी की चेतावनी प्रबंधन को दी है। इस संबंध में महाप्रबंधक को मांग पत्र  सौंपते हुये समस्याओं का समाधान की मांग की गई है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा, भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ ने संयुक्त रूप से एसईसीएल के कुसमुंडा क्षेत्र के लिए अर्जित ग्राम जरहाजेल, खम्हरिया, मनगांव, गेवरा, बरपाली, दुल्लापुर, बरकुटा, दुरपा, सोनपुरी, जटराज, भैसमाखार, बरमपुर के भू-विस्थापितों के लंबित रोजगार प्रकरणों की समस्याओं के निराकरण के लिए एसईसीएल कुसमुंडा मुख्यालय के सामने प्रदर्शन कर महाप्रबंधक से मुलाकात की। प्रशांत झा ने बताया कि जिला प्रशासन की मदद से एसईसीएल के कुसमुंडा, गेवरा, कोरबा, दीपका क्षेत्र द्वारा पूर्व में कई गांवों का अधिग्रहण किया गया लेकिन आज भी हजारों भू-विस्थापित रोजगार, बसाहट, मुआवजा के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। कुसमुंडा में जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर 476 दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है लेकिन जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन भूविस्थापितों को गुमराह करने का काम कर रही है। किसी भी पुनर्वास ग्राम में बुनियादी मानवीय सुविधाओं के साथ बसाहट नहीं दी गई है और न ही यहां के लंबित रोजगार प्रकरणों का निराकरण किया गया है। 
किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर,जय कौशिक ने कहा कि सभी प्रभावित छोटे-बड़े खातेदारों को स्थाई नौकरी देने के साथ ही 3 सूत्रीय मांग पत्र महाप्रबंधक को सौंपा गया है। यदि प्रशासन और प्रबंधन सकारात्मक पहल नहीं करते हंै तो 2 मार्च से कुसमुंडा कार्यालय में भूख हड़ताल और 10 मार्च को खदान में महाबंद आंदोलन किया जाएगा। भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के अध्यक्ष रेशम यादव सचिव दामोदर श्याम ने कहा कि जिनकी जमीन एसईसीएल ने ली है उन्हें बिना किसी शर्त के रोजगार दिया जाये क्योंकि जमीन ही उनके जीने का एकमात्र सहारा था। अब आर-पार की लड़ाई का समय आ गया है। 2 मार्च को पूरे परिवार सहित सैकड़ों भू विस्थापित कुसमुंडा मुख्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठेंगे। प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से मोहन यादव, जय कौशिक, रवि यादव, रघुलाल, चंद्रशेखर,अनिल बिंझवार,उत्तम,होरीलाल,सुमेन्द्र सिंह ठकराल,नरेंद्रयादव,हरिहर,फणीन्द्र,दीनानाथ,जितेंद्र,हेमलाल आदि उपस्थित थे। ज्ञापन की प्रति कलेक्टर व एसईसीएल के सीएमडी को भी प्रेषित की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *