गरियाबंद। काेरबा निवासी व गरियाबंद जनपद पंचायत में पदस्थ CEO डिप्टी कलेक्टर करुण डहरिया को एसीबी की टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया। डिप्टी कलेक्टर ने बोरवेल का बिल पास कराने के एवज में रिश्वत मांगा था। बताया जाता है कि कांग्रेस नेता शफीक खान से डिप्टी कलेक्टर ने पैसा मांगा था। शफीक खान ने शुक्रवार काे पैसे देने की बात कही थी। दूसरी अाेर इसकी शिकायत एसीबी से की गई थी। जिसके बाद एसीबी ने उसे 20 हजार रुपए देकर जनपद पंचायत CEO करुण डहरिया के पास भेजा। जब शफीक ने अधिकारी को पैसा दिया, तो तुरंत एसीबी अधिकारी वहां पहुंचे और पैसे को जब्त कर करुण डहरिया को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
करुण डहरिया मूल रूप से कोरबा जिले के रहने वाले हैं। वे 2019 बैच के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। उनकी पहली पोस्टिंग जांजगीर-चांपा में SDM के रूप में हुई थी। इसके बाद उनका ट्रांसफर पामगढ़ SDM के तौर पर हुआ था। तीसरी पोस्टिंग के तौर पर वे गरियाबंद आए, जहां वे जनपद पंचायत CEO के रूप में कार्यरत हैं। बताया जाता है कि उनके एक भाई काेरबा में एक महत्वपूर्ण विभाग में पदस्थ है वे भी विवाद से घिरे रहते हैं।