कटघोरा / जय प्रकाश साहू
छत्तीसगढ़ शासन के लिपिक कर्मचारी संघ 7 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं अपने दो सूत्री मांगों को लेकर लिपिक संघ कामकाज छोड़ धरने पर बैठे हैं जिससे बहुत से काम प्रभावित हो रहे हैं आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होना है जिसमें इन की महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाचन कार्य में होती है जिससे आने वाले दिनों में निश्चित ही हड़ताल का असर देखने को मिलेगा। सभी शासकीय कार्यालयों में बाबू द्वारा हड़ताल में होने से कार्यालय आने वाले आमजन बैरंग ही लौटते नजर आ रहे हैं लोगों का कहना है कि कई महत्वपूर्ण काम भी नहीं हो पा रहा है वहीं हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि उनकी यह मांग वर्षों पुरानी है जिस पर राज्य शासन कोई विशेष रूचि नहीं दिखा रही है बहरहाल देखने वाली बात होगी कि शासन इनकी मांगों को कब पूरा करेंगी या फिर हड़ताल जारी रहेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा