कोरबा। जिन मजदूरों के बलबूते एसईसीएल की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा परियोजना ने उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर कीर्तिमान स्थापित किया है, उसके मजदूर मिठाई के लिए तरस गए। मिठाई बंटी तो ऐसी कि उसमें भी बंदरबांट कर ली गई और दूसरी तरफ जश्न का असली मजा अधिकारी एसईसीएल के सरकारी पैसों से उठा रहे हैं। इसे लेकर मजदूरों और मजदूरों के संगठनों में नाराजगी व्याप्त है और सोशल मीडिया पर इसे जाहिर भी कर रहे हैं।
बताया गया कि मजदूरों के खून पसीने की कमाई को गोल्फ ग्राउंड में एसईसीएल गेवरा के अधिकारी अपने मनोरंजन में उड़ा दिए। गेवरा प्रोजेक्ट में वर्ष 2022-23 के 52 मिलियन टन का लक्ष्य को पूरा करने के लिए मजदूर अपना जी जान लगा चुके हैं और इस उपलब्धि पर एसईसीएल के ऑफिसर लोग खुलकर वाहवाही लूट रहे हैं,सेलिब्रेट आयोजन में खर्च कर रहे हैं। दूसरी तरफ मजदूरों के लिए सिर्फ मिठाई बंटवाया गया, उस पर भी बंदरबांट किया गया। सूत्रों से पता चला है कि 21-22 लाख रुपया उस लक्ष्य प्राप्ति के उपलक्ष में निकाला गया लेकिन हर मजदूर के घर में ना तो मिठाई पहुंची ना कुछ तोहफा, परंतु एसईसीएल के पर्सनल विभाग के अधिकारी और उच्च अधिकारी द्वारा गोल्फ ग्राउंड पर जमकर उस पैसे का अपने मनोरंजन में दुरुपयोग किया गया। वेस्ट सेक्शन गेवरा में शनिवार रेस्ट वाले कर्मी को मिठाई नहीं मिला और पूरा मिठाई खत्म भी हो गया। हालांकि अब यह मामला सामने आने के बाद प्रबंधन की ओर से जानकारी जुटाई जा रही है कि किन-किन मजदूरों को मिठाई नहीं मिला है और उन्हें देने की कवायद हो सकती है।लेकिन ऐसा भी क्या की जिन मेहनतकश लोगों के बलबूते इस बड़ी उपलब्धि को हासिल किया गया और उनकी पूरी संख्या प्रबंधन के पास मौजूद है, तो भला मिठाई कम कैसे पड़ सकती है? उनके लिए उपहार खरीदने को प्रबंधन के पास क्या पैसे नहीं हैं या फिर मजदूरों के प्रति अधिकारियों की सोच बदली नहीं है।

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