कोरबा। बंद कमरे में पति-पत्नी और दो वर्ष की बेटी की लाश मिलने की गुत्थी आखिरकार सुलझा ली गई। मृतक ने आत्महत्या किया था और आत्महत्या से पहले पत्नी और पुत्री की हत्या को अंजाम दिया था। इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार महिला को गिरफ्तार कर जेल दाखिल करा दिया गया है।
गौरतलब है कि उरगा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत कुकरीचोली के भाठापारा में निवासरत युवा ठेकेदार जयराम धोबी 27 वर्ष,उसकी पत्नी सुजाता एवं दो वर्षीय मासूम बेटी जेसिका की बन्द कमरे में रक्त रंजित लाश 9 मई को सुबह मिली थी।
मृतका सुजाता के गले में चार्जर केबल कसा हुआ मिला था व मुंह को रूमाल से बांधा गया था। पत्नी व पुत्री को मारने के बाद जयराम ने अपने हाथ की नस काट ली और साथ ही सिलाई मशीन के चक्का का बेल्ट को अपने गले में कसकर फांसी लगा लिया था। रात भर रक्तस्त्राव के कारण व दम घुटने से उसकी की मौत हो गई।
प्रारम्भिक विवेचना के दौरान हत्या की धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की गई। मृतक के जेब से सुसाइड नोट मिला जिसमें घटना के कारण का जिक्र किया गया। सुसाइड नोट की पुष्टि व परीक्षण के उपरांत इस घटना और हत्या व खुदकुशी के लिए जिम्मेदार महिला को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी महिला संतोषी के द्वारा ठेकेदार जयराम से मकान का निर्माण कराया गया था लेकिन बकाया राशि 1लाख 88 हजार 100 रुपये आरोपी संतोषी पति लाल सिंह निवासी सिलयारीभाठा के द्वारा नहीं देने से मरने जा रहा हूँ, लेख कर घटना को अंजाम दिया। मृतक के साथ काम करने वाले मिस्त्री,लेबर,रेजा के कथन के अवलोकन पर आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के अपराध में धारा 306 भादवि का जुर्म दर्ज कर आरोपी संतोषी जगत पति लालसिंह जगत को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया।
सम्पुर्ण कार्यवाही में थाना उरगा के प्रभारी निरीक्षक कृष्ण कुमार वर्मा, एसआई विलायत हुसैन, एएसआई अनिल खाण्डे, संतराम सिन्हा (पदस्थापना थाना पसान), प्रधान आरक्षक सचिन नवनीत, आरक्षक राम पाटले,कौशल प्रसाद, राम कुमार साहु, नितेश तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।