कोरबा। पाली में स्थित वन विभाग के विश्राम गृह के समीप फोरलेन सड़क मार्ग पर हुई दुर्घटना में अज्ञात वाहन की चपेट में एक चीतल आ गया। चीतल की इलाज के दौरान मौत हो गई। ज्ञात हो कि पाली के निकट दमिया जंगल में बड़ी संख्या में हिरण चीतल का अस्थायी रहवास है। इस जंगल से होकर फोरलेन सड़क बनाए जाने के लिए बड़ी मात्रा में सागौन के घने जंगलों की कटाई हुई है जिससे इन बेजुबान जानवरों के रहवास पर बुरा असर पड़ा है। वर्तमान में गर्मी के मौसम ने दस्तक दे दी है और वन क्षेत्र में जल स्रोत सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। इसी कारण हिरण चीतल का समूह रिहायशी इलाकों में पानी और चारे की तलाश में पहुंचने लगा है। ऐसे ही एक चीतल पाली फोरलेन सड़क को पार कर वन मंडल के विश्रामगृह हदखोजा तालाब के निकट पहुंचा था जो कि अज्ञात वाहन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। इसकी पशु चिकित्सा विभाग को सूचना दी गई, लेकिन चीतल की जान नहीं बचाई जा सकी। इससे पूर्व भी कई चीतल जंगल से भटककर रिहायशी क्षेत्र में पहुंच कर कुत्तों का शिकार बन जाते हैं। मृत चीतल का अंतिम संस्कार वन विभाग के रेस्ट हाउस में किया गया।