अम्बिकापुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) शांतनु सिंह : कोविड-19 हॉस्पिटल में एक नन्हा मेहमान आया है. इस नन्हें मेहमान की वजह से कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों और लगातार होती मौत के तनाव के बीच डॉक्टरों के चेहरे पर खुशी के साथ उम्मीद की किरण भी नजर आई. कोरोना संक्रमित महिला ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चे का जन्म सामान्य प्रसव से हुआ है. फिलहाल महिला और उसके बच्चे को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.
बताया जा रहा है कि जशपुर जिले की इस गर्भवती महिला की कोविड-19 रिपोर्ट कुछ दिनों पहले पॉजिटिव आई थी. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर महिला को जशपुर के अस्पताल में रखकर उसकी देखभाल की जा रही थी. इस दौरान बीती रात महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. प्रसव पीड़ा होने पर डॉक्टरों ने महिला को तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल रिफर करने के साथ ही अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना दे दी थी.
महिला ने स्वस्थ बच्चे को दिया जन्म
कोरोना संक्रमित महिला को प्रसव पीड़ा होने की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने कोविड हॉस्पिटल परिसर में मौजूद ऑपरेशन थिएयर में डॉक्टरों की टीम को तैनात किया था. इस दौरान शाम 7.30 बजे जैसे ही महिला कोविड हॉस्पिटल पहुंची उसकी प्रसव पीड़ा और बढ़ गई, जिसके बाद महिला की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने महिला का सामान्य प्रसव कराने का निर्णय लिया. अस्पताल में भर्ती होने के 15 मिनट के बाद ही महिला ने सामान्य प्रसव के माध्यम से स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला का सुरक्षित प्रसव कराने के साथ ही एक स्वस्थ बच्चे के जन्म से डॉक्टरों में भी उत्साह का माहौल है.
दरअसल कोरोना संक्रमण काल में गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पताल प्रबंधन ने पहले से ही विशेष व्यवस्था की है. अगर अस्पताल में कोई कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला आती है, तो उसके लिए अलग से वार्ड में व्यवस्था की गई है. संक्रमित महिला के प्रसव के लिए भी अस्पताल प्रबंधन ने ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था की गई है. इस दौरान अगर महिला का प्रसव अस्पताल में कराने की जरूरत पड़ती है, तो उसे कोविड वार्ड से सीधे अस्पताल ले जाया जाता है. प्रसव के बाद भी जच्चा-बच्चा को एक साथ रखा जाता है.
कोरोना संक्रमण काल में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इसके पहले भी कई कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के प्रसव कराए गए हैं. अब तक जितने भी प्रसव हुए उनमें सर्जरी की आवश्यकता पड़ी थी. इस बार महिला का प्रसव तीन डॉक्टरों की टीम ने सामान्य तरीके से बिना किसी ऑपरेशन के कराया और अब जच्चा बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है. फिलहाल मां और बच्चे को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. इसके साथ ही महिला का प्रसव कराने वाले डॉक्टरों की टीम को भी सकालो के क्वारेंटाइन सेंटर में आइसोलेट कर दिया गया है.