अंबिकापुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) शांतनु सिंह : दरिमा और लुंड्रा क्षेत्र में हुई दो हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर इन दोनों अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने पीएचई में पदस्थ चालक की हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि लुंड्रा में मिली ग्रामीण की लाश के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

accused of murder arrested in ambikapur
हत्या करने वाले आरोपी गिरफ्तार

अंबिकापुर के गांधीनगर महुआटिकरा के रहने वाले 40 साल के सुदेश्वर सिंह जल संसाधन विभाग में चालक के पद पर पदस्थ था. सुदेश्वर सिंह पत्नी और दो बच्चों के साथ दरिमा के कुम्हरता स्थित ससुराल में ही रहकर ड्यूटी करता था और पिछले चार-पांच दिनों के लिए वह गांव से बाहर गया हुआ था. युवक बुधवार की सुबह 11.30 बजे ही घर लौटा था. शाम 4 बजे अपनी स्कूटी से घूमने के लिए ग्राम खजुरी की तरफ निकला था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा. रात को पत्नी ने सुदेश्वर सिंह को फोन लगाया तो फोन भी रिसीव नहीं हुआ. परिजन ने सोचा की कहीं घूमने निकल गया होगा. लेकिन वह रातभर घर नहीं लौटा.

आरोपियों ने कबूला जुर्म

गुरुवार की सुबह खजुरी-कुम्हरता सड़क मार्ग में जगदीश कंवर के खेत में युवक की लाश मिली थी और उसके चेहरे पर चोट के गंभीर निशान थे. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गंभीर चोट के कारण उसकी मौत होने की बात सामने आई थी, जिसके बाद पुलिस ने मामले में हत्या का मामला दर्ज कर एसपी टीआर कोशिमा के निर्देश पर एसडीओपी चंचल तिवारी के नेतृत्व में घटना की जांच की जा रही थी.

जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मृतक को कुछ लोगों के साथ शराब पीते देखा गया था. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर खजुरी निवासी 26 वर्षीय सुशील प्रधान, पम्पापुर कोतलापारा निवासी 26 वर्षीय कामेश्वर और 40 वर्षीय बासु खम्हारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो, सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

लाठी से पीट-पीट कर की थी हत्या

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शराब पीने के दौरान जब सुशील प्रधान ने मृतक सुदेश्वर से शराब मांगी गई तो उसने शराब देने से मना कर दिया. इससे सुशील से देख लेने की धमकी देकर चला गया. इस दौरान सुशील ने बासु और कामेश्वर के साथ मिलकर उसकी हत्या की प्लानिंग की. इस दौरान आरोपी बासु ने कामेश्वर और सुशील को घटना स्थल तक छोड़कर वापस लौट आया और फिर जब मृतक सुदेश्वर घर जाने के लिए निकला, तो उसकी सूचना कामेश्वर और सुशील को दे दी. इस दौरान पहले से घात लगाकर झाड़ियों में छिपकर बैठे कामेश्वर और सुशील ने उसपर लाठी से हमला कर दिया और पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपियों सुशील प्रधान, कामेश्वर और बासु खम्हारी को गिरफ्तार कर लिया है.

लुंड्रा थाना के ग्राम बरगीडीह अंतर्गत बीजापार खारकोना के रहने वाले टिंगल लकड़ा का शव खारकोना नाला के पास से बरामद किया गया था. ग्रामीण के बेटे आयुष लकड़ा ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी, जिसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन के सुपुर्द कर दिया था. प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ग्रामीण के हत्या किए जाने की बात सामने आई थी. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी. जांच के दौरान शंका के आधार पर पुलिस ने गांव के तिरता राम खाखा को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपने बेटे अब्राहम खाखा के साथ मिलकर उसकी हत्या किए जाने की बात कबूल कर ली. आरोपियों ने बताया उन्हें मृतक पर उनके बकरा की चोरी का शक था इस लिए डंडे से पीटपीट कर उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है.

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