आंगनबाड़ियों में गर्म भोजन के साथ पौष्टिक आहार, मूंगफली-गुड़ लड्डू किया जाएगा प्रदान
कोरबा। गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करके कुपोषण से मुक्ति दिलाने के कार्य को गंभीरता पूर्वक करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। पाली सीडीपीओ दीप्ति पटेल द्वारा एनआरसी गंभीर कुपोषित बच्चों की भर्ती में उदासीनता बरतने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को कलेक्टर ने दिए।
कलेक्टर संजीव झा ने गुरुवार को महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में जिले में कुपोषित एवं एनीमिया पीड़ित महिलाओं-बच्चों की जानकारी ली। महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने संचालित की जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में भी जानकारी लेकर एनीमिया से मुक्त करने, गर्भवती महिलाओं के संस्थागत् प्रसव को बढ़ावा देने गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आंगनबाड़ियों के माध्यम से पौष्टिक आहार के रूप में हरी-ताजी सब्जियां, आयरन की कमी दूर करने मूंगफली-गुड़ की लड्डू एवं आयरन फोलिक एसिड की गोलियां देने के निर्देश दिए। इसके लिए ग्रामवार कुपोषित महिलाओं एवं बच्चों की जानकारी लेकर संबधित आंगनबाड़ियों में गौठानों में उत्पादित पौष्टिक सब्जियों की सप्लाई करने के लिए कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। पौष्टिक लड्डू बनाने के कार्य में स्वसहायता समूह की महिलाओं को संलग्न करने निर्देशित किया। कलेक्टर गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की जानकारी लेकर उन्हें दिए जा रहे पौष्टिक आहारों के बारे में भी जानकारी ली। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती प्रीति खोखर चखियार सहित विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारीगण एवं परियोजना अधिकारीगण मौजूद रहे।
0 समन्वय स्थापित कर कुपोषण मुक्त बनाएं
कलेक्टर ने एनीमिया पीड़ित महिलाओं एवं बच्चों को गर्म भोजन एवं पौष्टिक आहार वितरण की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा समन्वय कर कुपोषण से मुक्ति दिलाने में भागीदारी निभाने कहा। साप्ताहिक विकासखण्ड स्तरीय बैठक में सेक्टर सुपरवाईजर की उपस्थिति भी सुनिश्चित करने कहा गया। विभागीय अमलों द्वारा बच्चों एवं महिलाओं को कुपोषण से मुक्त करने जनजागरूकता को बढ़ावा देने के लिए भी कहा। गर्भवती महिलाओं की शत-प्रतिशत संस्थागत् प्रसव एवं एनआरसी में शत-प्रतिशत गंभीर कुपोषित बच्चों की भर्ती भी सुनिश्चित करने को कहा।