कोरबा। साफ-सफाई कार्यो में उदासीनता बरतने और निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप सफाई के कार्य नहीं होने पर संबंधित ठेकेदार व निरीक्षक, पर्यवेक्षक इसके लिए जिम्मेदार होंगे एवं उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने साकेत स्थित सभाकक्ष में बैठक लेकर अधिकारियों की बैठक लेकर शहर के साफ-सफाई कार्यो, नागरिक सेवाओं व सुविधाओं से जुड़े कार्यो, शासकीय योजनाओं, निर्माण व विकास कार्यो सहित निगम के अन्य विभिन्न कार्ये की कार्यप्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होने साफ-सफाई कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि नियमित रूप से निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप सफाई कार्य किए जाएं, नालियों की सम्पूर्ण सफाई पर विशेष फोकस किया जाए ताकि नालियों में जाम की स्थिति न बने, प्रत्येक वार्ड के लिए पृथक-पृथक स्वच्छता सुपरवाईजर नियुक्त किए गए हैं, वे सुनिश्चित कराएं कि निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप सफाई हों, उन्हेने स्पष्ट रूप से कहा कि सफाई कार्यो में कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा संबंधित पर कड़ी कार्यवाही होगी। आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम के निर्माण व विकास कार्यो की जोनवार व मदवार कार्यप्रगति की समीक्षा की। उन्होने अधोसंरचना मद, वित्त आयोग मद, जिला खनिज न्यास मद, प्रभारी मंत्री मद, सांसद व विधायक मद, महापौर मद, पार्षद व एल्डरमेन मद, मरम्मत संधारण, निगम मद सहित अन्य मदो के अंतर्गत प्रस्तावित व प्रगतिरत कार्यो की जोनवार समीक्षा करते हुए कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जिन निर्माण एजेंसियों द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद भी कार्य प्रारंभ करने में रूचि नहीं दिखाई जा रही, उन्हें ब्लेक लिस्टेड किए जाने की कार्यवाही करें।
आयुक्त ने अनियमित विकास के नियमितीकरण के अंतर्गत नियमितीकरण हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों, उन पर की गई अब तक कार्यवाही आदि की जोनवार समीक्षा करते हुए नियमितीकरण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्हेने कहा कि नियमितीकरण के अधिक से अधिक आवेदन जमा हों, इस हेतु लोगों को समझाईश दें, उन्हें नियमितीकरण के फायदों के संबंध में बताएं तथा उनसे आवेदन जमा करवाएं। उन्होने कहा कि आर्केटेक्टों के पास आवेदन लंबित न रहें, इस हेतु कार्यप्रक्रिया में तेजी लाएं।
आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि फील्ड के अधिकारी कर्मचारी अपने-अपने कार्यस्थलों में भ्रमण के दौरान यह देखें कि कहॉं-कहॉं पर निर्माण हो रहा है, उनकी सूचना जोन कमिश्नर व भवन अधिकारी को वे दें तथा यह सुनिश्चित कराएं कि अवैध निर्माण न हों, निर्माण की वैधता की जांच करें, यह देखें कि संबंधित ने अनुमति प्राप्त की हुई है या नहीं, यदि बिना अनुमति व अवैध निर्माण हो रहा है तो नोटिस जारी करें, कार्य पर रोक लगाएं, यदि उनके द्वारा अवैध निर्माण कार्य बंद नहीं किया जाता तो निगम द्वारा सख्त कार्यवाही की जाएगी।