कोरबा। पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पसान थाना के ग्राम तेलियामार में एक माँ अपनी बेटी की रक्षा करने के लिए जंगली सुअर से भिड़ गई। माँ ने अपनी बेटी को तो बचा लिया लेकिन खुद की जान गवां बैठी और जंगली सूअर का भी अंत हो गया। ऐसी ममतामई और बहादुर मां के प्रति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने शोक जताया है। इनकी तरफ से सांत्वना देने मृतका के निवास पहुंचे विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया तथा अपनी तरफ से 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि भी परिजन को प्रदाय की। कटघोरा डीएफओ के द्वारा शासन की योजनानुसार अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपये की तत्कालीन सहायता राशि प्रदान किये। श्री केरकेट्टा ने कहा कि माँ की ममता अवर्णनीय है। उसकी ममता की गहराई को मापना नामुमकिन है। दुवासिया बाई ने अपनी जान की परवाह किए बिना मासूम बेटी की रक्षा के लिए अपने प्राण त्याग दिए। उसके बलिदान को ग्रामवासी कभी भी नहीं भूलेंगे। ऐसी माँ को शत-शत बार-बार मेरा नमन है। श्री केरकेट्टा ने दुवासिया बाई को श्रद्धांजलि अर्पित किया व अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने जंगली सुअर सहित अन्य जानवरों से ग्रामीणों की रक्षा के बारे में उपस्थित वन विभाग के कर्मियों को निर्देश दिए। इस दौरान विधायक के साथ उनके प्रतिनिधि आनंद मित्तल, जुनैद खान, पत्रकार मोहम्मद आरिफ, रमा साहू,वन विभाग का अमला व ग्रामवासी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि ग्राम तेलियामार में पुत्री के साथ खेत में मिट्टी लेने दुवासिया बाई गई थी। इस दौरान पुत्री पर जंगली सुअर ने हमला कर दिया। पुत्री को बचाने के लिए दुवासिया बाई सुअर से भिड़ गई। करीब आधे घंटे तक चले संघर्ष में महिला और सुअर दोनों की मौत हो गई और माँ की ममता ने बेटी को नया जीवन दिया।