कोरबा। एसईसीएल की दीपका परियोजना खदान से प्रभावित ग्राम मलगांव के भूविस्थापितों ने मुआवजा भुगतान में देरी व अन्य मांगों को लेकर दो दिन से दीपका खदान में उत्पादन व डिस्पैच का कार्य रोका हुआ है। उत्पादन बंद करवाए कल सुबह 8 बजे से लेकर अब तक 40 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अब तक प्रबंधन भूविस्थापितों की मांगों को पूरा करने या उनको समझाइश दे पाने में अब तक नाकाम रहा है।
भू-विस्थापितों की मांगों को कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर, राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित आसपास के सम्पूर्ण ग्रामीणों का समर्थन प्राप्त है। हालांकि कल विधायक कंवर की उपस्थिति की उपस्थिति में ग्रामीणों , प्रशासन की तरफ से अनुविभागीय अधिकारी शिव बैनर्जी, इंटक जिलाध्यक्ष श्यामू जायसवाल की उपस्थिति में एसईसीएल के अधिकारियों ने भूविस्थापितों के मान-मनौव्वल की कोशिश की लेकिन ग्रामीण इस बार किसी बहकावे में आते नही दिख रहे हैं व पूरा मुआवजा भुगतान किए जाने तक खदान बंद करवाने पर अड़े हुए हैं। आंदोलन के कारण कल सुबह से खदान में कार्य करने वाले सभी ठेका कंपनियों के काम बंद हैं, साथ ही साथ दीपका का साइलो, रोड सेल, रेक लोडिंग जैसे सभी कार्य ठप्प पड़े हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है की दीपका खदान विस्तार का कार्य मलगांव ग्राम के एकदम समीप आ गया है। कोयला वी ओबी खनन, हेवी ब्लास्टिंग, भारी वाहन आवागमन से ग्रामीणों को यहां रहने में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एसईसीएल को चाहिए कि मुआवजा भुगतान , बसाहट व नौकरी के पुराने प्रकरणों का निबटान करने के उपरांत खदान विस्तार का कार्य करे। इस आंदोलन में ग्राम मुखिया देव सिंह कंवर, इंटक जिला अध्यक्ष श्यामू जायसवाल, जिला महासचिव शेत मसीह, सरपंच धनकुंवर नारायण सिंह कंवर, खगेश बरेठ, संत चौहान, अभिषेक कंवर, नरेंद्र सोनी, शंकर रजक, भारत यादव, जय सिंह, जयहरी कंवर, राजकुमार रोहिदास, पड़निया वाले, रघुवीर सिंह परदेसी यादव सहित समस्त ग्रामवासियों का समर्थन है।