कोरबा। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में मंगलवार की दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मध्याह्न भोजन खाने के बाद एक-एक कर 13 छात्र-छात्राओं की तबियत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में इन सभी को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। 8 बच्चों का उपचार अस्पताल में हो रहा है और शेष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
जानकारी के अनुसार करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम बीरतराई में संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में आज दोपहर 2 बजे के लगभग यह घटना हुई। यहां हर दिन की तरह आज भी स्व-सहायता समूह के द्वारा बच्चों के लिए भोजन पकाया गया। बताया जा रहा है कि भोजन में सब्जी के तौर पर आलू-भिंडी के साथ करील का हेडुआ पकाया गया था। हेड़ुआ करील का सूखा हुआ रूप होता है जो पिछले साल करील को सुखाकर हेड़ुआ बनाकर रखा गया था और उसे आलू-भिंडी के साथ बनाया गया था। विद्यालय के कुल 48 विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन परोसा गया। भोजन करने के थोड़ी देर बाद 4 बच्चों को पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत होने पर शिक्षकों और स्कूल स्टॉफ में हड़कंप मच गई। प्रभावित सभी बच्चों को तत्काल निकट स्थित सरकारी अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद और भी बच्चों की तबीयत खराब होने लगी और कुल 13 बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। बच्चों की तबीयत बिगड़ने की जानकारी होने पर उनके परिजन भी दौड़े-भागे स्कूल और अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल में 8 बच्चों का उपचार किया जा रहा जिनमें से एक की हालत कुछ गंभीर बताई जा रही है। हालांकि अभी पूरी पड़ताल के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि आखिर फूड प्वाइजनिंग की वास्तविक वजह क्या थी? प्रभावित बच्चों में गीतिका साहू पिता जवाहरलाल 15 वर्ष, सिम्मी साहू पिता दिगंबर 14 वर्ष, नंदिनी पिता प्रेमनाथ 14 वर्ष, माही पिता रामलल्ला कौशिक 13 वर्ष, वर्षा पिता महेंद्र चौहान 13 वर्ष, निवेदिता पिता सहसराम केंवट 13 वर्ष, प्रीति पिता लक्ष्मी प्रसाद कौशिक 13 वर्ष, हरिनाथ पिता सुरेंद्र 13 वर्ष, अनुराग पिता फलेंद्र 13 वर्ष, हनी पिता दिगंबर साहू 12 वर्ष, साक्षी पिता प्रेम सिंह 13 वर्ष, निकिता पिता लखन चौहान 14 वर्ष तथा रिया पिता अक्ती राम कौशिक 13 वर्ष शामिल हैं।
0 मामले की कराई जाएगी जांच, सभी बच्चे सुरक्षित
करतला के खंड शिक्षा अधिकारी संदीप पांडेय ने बताया कि 48 विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन परोसा गया था। इनमें से कुछ बच्चों की तबीयत बिगड़ने की घटना हुई है। यह क्यों और कैसे हुआ, इसकी जांच कराई जाएगी। फिलहाल सभी प्रभावित विद्यार्थी सुरक्षित हैं और समय पर उपचार सुविधा मिल जाने से राहत है।