दीपक शर्मा कोरबा(पाली):- बारिश पूर्व बरसाती पानी निकासी की उचित व्यवस्था नही किये जाने के कारण पाली नगर से होकर गुजरी एनएच मुख्यमार्ग पर बरसात के पानी का भराव होने के कारण नगर में 2 किलोमीटर सड़क की हालत इतनी खराब हो गई है की बड़े-बड़े गड्ढो व लथपथ कीचड़ में वाहन तो दूर पैदल भी सोचसमझ कर चलना पड़ रहा है।क्योंकि जरा सी चूक होने पर समझो धड़ाम…..।ऐसा लगता है मानों हम मुख्यमार्ग पर नही किसी गाँव-देहात के कच्ची दलदली रास्ते पर चल रहे हों।लगातार मरम्मत के बाद भी मार्ग में जगह जगह पानी से भरे गड्ढे और चहुँओर दलदल ही दलदल नजर आता हैं।निर्मित गड्ढे भी इतने बड़े-बड़े कि मानो छोटे-छोटे डबरी बन गए है।जिसके कारण नगर से गुजरी सड़क अपनी दुर्दशा पर आँसू बहा रहा है।सड़कों पर बने जानलेवा गड्ढों व दलदल का शिकार रोजाना दोपहिया वाहन सवार तो हो ही रहे है।साथ ही छोटे-बड़े वाहनों के पहिये फसने से हर दिन लंबे जाम के हालात भी निर्मित हो रहे है।जिसे बहाल करने में पुलिस भी हलाकान हो गई है।इस मार्ग पर चलने वाले राहगीर शासन,प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों को कोसते नजर आते है।उक्त मार्ग के सुधार को लेकर अनेक जनआंदोलन हो चके है।वहीं मरम्मत के नाम पर आए दिन गिट्टी बोल्डर डालकर मार्ग सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है।लेकिन सभी मेहनत नाकाम हो जा रहे है।इस मार्ग पर चौबीसों घण्टे भारी वाहनों का दबाव बना रहता है।ऐसा नही कि प्रशासन इस मार्ग के हालात से अनजान है।लेकिन सड़क सुधार की दिशा पर कोई ठोस विकल्प ना चुने जाने से स्थिति बद से बद्तर हो चली है।
ज्ञात हो की प्रदेश में तत्कालीन भाजपा शासन कार्यकाल के दौरान गत एक वर्ष पहले भी इस मार्ग की निर्मित दुर्दशा को लेकर शासन प्रशासन के खिलाफ दहाड़ मारने वाले क्षेत्र के कांग्रेस नेता व जनप्रतिनिधि अब आखिर कहाँ गए।जबकि वर्तमान में उनकी ही सरकार प्रदेश में शासित है।पाली नगर से गुजरी एनएच 111 मुख्यमार्ग का 2 किलोमीटर तक का भाग पूरी तरह नदारद होकर सड़क नाम की कोई चीज ही नही बची है।इसके अलावा पाली से कटघोरा जाने के मध्य इतने झटके पड़ेंगे कि यह सफर तन बदन का हर एक पुर्जा हिलाकर रख देती है।ऐसे में कहीं पाली से कटघोरा आपात जाने की नौबत आ जाए तो चिंता का विषय बन जाता है।