कोरबा। दीपका खदान से कोयला चोरी होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। यहां कंपनी से लगे हुए वाहनों से प्रतिदिन निर्धारित मात्रा से अधिक कोयला लोड कर चोरी की जा रही है। एक मामले में दीपका खदान में कोयला ट्रांसपोर्ट में लगे बड़ी कंपनी में अटैच एक टेलर को सीआईएसएफ ने पकड़ा है। जवानों के पूछताछ करने पर कोयला चोरी का खुलासा हुआ।
जानकारी के अनुसार सोमवार रात लगभग 1 बजे दीपका खदान से कोयला लोड कर ट्रेलर कमांक सीजी10 बीएच 7033 श्रमिक चौक बेरियर नंबर 9 से बाहर जा ही रहा था कि सीआईएसएफ के जवानों को शक हुआ। ट्रेलर को दोबारा वजन कराने पर लगभग 4 टन कोयला अधिक पाया गया। ट्रेलर चालक से लोड कोयला के वैध दस्तावेज दिखाने को कहा गया तब वह मौका पा कर फरार हो गया। गौरतलब है कि इस तरह का खेल दीपका खदान में अटैच वाहनों के द्वारा लगातार किया जा रहा है जिस पर रोक लगा पाने में एसईसीएल का रोड सेल विभाग नाकाम साबित हो रहा है। इससे पहले हाल ही में एक टन और 8 टन ओवरलोड कोयला दीपका खदान से ही पकड़ा जा चुका है।
0 कोयला चोरी में डीओ और एमटी का खेल
जानकार बताते हैं कि दीपका सहित दूसरी खदान से भी कोयला की चोरी हो रही है लेकिन दीपका में मामला पकड़ा गया। यहां सीआईएसएफ की दूसरी शिफ्ट बेरियर पर तैनात हुई थी जिसने इसे संयोगवश पकड़ लिया। खदान में कोयला लोड करने के लिए लगे वाहनों को डीओ दिया जाता है और निर्धारित समय में यदि खदान के भीतर लगी गाड़ी में कोयला लोड नहीं हो सका तो उस गाड़ी को बाहर लाकर डीओ को कैंसिल कराते हुए एमटी कटाया जाता है। खेल यहीं पर होता है कि समय निकल जाने के बाद भी तयशुदा वाहनों को खदान के भीतर रहने दिया जाता है लेकिन डीओ को कैंसिल कराकर एमटी कटा लिया जाता है। रिकार्ड में ये वाहन खदान से बाहर तो दिखते हैं लेकिन वास्तव में भीतर मौजूद इन्हीं वाहनों के जरिए कोयला चोरी कर पार कराया जाता है। सूत्र बताते हैं कि यहां निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं लेकिन गड़बड़ी में संलिप्त लोग इससे भी छेड़छाड़ करते रहते हैं।