कोरबा। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह, कोरबा पूर्व में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 70वीं पुण्य तिथि पर उपस्थित कार्यपालक निदेशक बीडी बघेल. एवं श्रीमती अंजना कुजुर, राजेश्वरी रावत, भुवनेश्वर पाटले, आशीष श्रीवास्तव, संजीव कंसल, अति. मुख्य अभियंताओ, के गरिमामय आतिथ्य में डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजली दी गई। इस अवसर पर श्री बघेल ने कहा कि डॉ. मुखर्जी जी ने देश की एकता और अखण्डता का जो पाठ पढ़ाया है वह सदैव हम सभी के लिए स्मरणीय रहेगा। वे भारत के महान नेता, स्वतंत्रता सेनानी, चिंतक एवं विचारक थे। वे 33 वर्ष की अल्पायु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति के प्रतिष्ठित पद पर आसीन हो गये थे। इस पद पर नियुक्ति पाने वे सबसे कम आयु के कुलपति थे। 23 जून 1953 को उनकी मृत्यु हुई। भारत ने एक ऐसा व्यक्तित्व खो दिया जो भारत को नई दिशा दे सकता था। कार्यक्रम का आयोजन सिविल विभाग द्वारा किया गया। इस अवसर पर अनिल गुप्ता, वरिष्ठ कल्याण अधिकारी, एवं संयंत्र के समस्त कर्मचारी-अधिकारी उपस्थित थे।