कोरबा। पिकनिक स्पॉट झोराघाट में कटघोरा और कोरबा ब्लाक को जोड़ने तथा वन अंचल में रहने वाले लोगों को आने-जाने को सरल बनाने के लिए हसदेव नदी पर 22 करोड़ की लागत से बनने वाला पुल कछुए की चाल चल रहा है। चार वर्ष में भी इसका निर्माण पूर्ण नहीं हो सका है।
नगर पंचायत छुरीकला के समीप झोराघाट के हसदेव नदी में पुल निर्माण का कार्य वर्ष 2018 में शुरू किया गया। कोरबा ब्लाक के अजगरबहार, कोड़ियाघाट, गढ़तरहा, माखुरपानी, शंकरगढ़, धनगांव, गढ़ सतरेंगा सहित वन अंचल में बसे ग्रामीण जरूरत के सामान खरीदी के लिए एवं छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने के लिए नदी पार करना पड़ता है। बारिश के दिनों में नदी में बाढ़ आने से परेशानी बढ़ जाती है। आवागमन की असुविधा के कारण वन अंचल के अधिकतर बच्चों को बीच में पढ़ाई छोड़ना पड़ता है। ऐतिहासिक स्थल कोसगाई पहाड़ में दर्शन के लिए दर्शनार्थियों को नाव से नदी पार कर जाना पड़ता है, जिससे श्रद्धालुओं एवं क्षेत्रवासियों को परेशानी होती है। झोराघाट में पुल बन जाने से देवी स्थल कोसगाई पहाड़, सतरेंगा गढ़ की दूरी कम हो जायेगी तथा लोगों को काफी राहत मिलेगी वहीं बच्चों की परेशानी दूर हो जायेगी परंतु पुल निर्माण में विलंब बढ़ता जा रहा है। पुल का निर्माण वर्ष 2022 तक कार्य पूर्ण हो जाना था परंतु यह वर्ष भी बीत गया।