कोरबा। रमज़ान पर्व का आगाज़ 22 मार्च से हो रहा है। रमज़ान के मुबारक मौके पर जामा मस्जिद कोरबा में पूरे 30 दिन तक रोज़ा इफ्तार का इंतेजाम कोरबा सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक खान असरफी के द्वारा किया जाएगा।
हाजी अखलाक ने कहा है कि जिनको भी अफ्तार में हिस्सा लेना है वो भी हिस्सा ले सकते हंै। उन्होंने कहा कि रमज़ान सबसे महत्वपूर्ण इस्लामी त्योहार है जिसका इंतजार बेसब्री से होता है। मुस्लिमों के लिए यह एक पवित्र महीना होता हैं जिसमें वो सभी 1 महीने तक रोजा रखते हैं और इबादत करते हैं। इस 1 महीने की गई इबादत का फल कई गुना ज्यादा मिलता है। रमज़ान एक महीने तक चलने वाला त्योहार है जिसे इस्लामिक कैलेंडर के नौवें महीने के रूप में जाना जाता है। रमज़ान के महीने की शुरुआत चांद देखने से होती है। रमजान के महीने में हर दिन सुबह से शाम तक रोजा रखते हैं और ईद के जश्न के साथ इस पवित्र महीने की समाप्ति होती है. रमजान कभी 29 दिन का होता है तो कभी 30 दिन का, चांद देखने के बाद ही रोजे का आखिरी दिन निश्चित किया जाता है। सुन्नी मुस्लिम जमात के जनरल सेक्रेटरी जुम्मन खान रिज़वी ने बताया कि  कई मुस्लिम भाई दूर दराज से काम करने कोरबा आते हैं। घर जाने में देरी भी हो जाता है इसलिये इन सभी चीजों को देखते हुए पूरे रमज़ान माह में रोजेदारों के लिये अफ्तार का इंतेजाम जामा मस्जिद में किया जा रहा है। हाजी अखलाक ने समाज के लोगों से अपील की है की रमज़ान के महीने में जामा मस्जिद पहुंच कर रोज़ा खोलें।

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