जशपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : जिले में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की तस्वीरें निकल कर सामने आ रही है, लेकिन इस बार इस बदहाल स्वास्थ्य सेवा ने एक बुजुर्ग की जान ले ली. पूरा मामला जिले के बगीचा विकासखंड का है. कोरोना संक्रमित होने की आशंका में बुजुर्ग को अस्पताल में दाखिल नहीं किया गया और घण्टों इलाज के अभाव में बुजुर्ग की मौत हो गई. इस घटना में CMHO ने इलाज में लापरवाही की बात को नकारा है.

बुजुर्ग की मौतमिली जानकारी के अनुसार जिले के बगीचा विकासखंड के ग्राम घोघर निवासी सुखलाल राम कई दिनों से बीमार था, जिसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. परिवार वालों ने उसे महादेवडांड़ के स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, सांस लेने की तकलीफ को कोरोना का लक्षण मानते हुए चिकित्सकों ने सुखलाल के इलाज से इंकार कर दिया. साथ ही उसे बगीचा ले जाने की सलाह दी. काफी मशक्कत के बाद सुखलाल को बगीचा सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन देरी के कारण सुखलाल की सांसें थम गई और उसकी मौत हो गई. मौत के बाद सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने सुखलाल के शव का एंटीजन कोरोना जांच की, इसमें उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई.

doctors negligence in jashpur

देरी के कारण थमी बुजुर्ग की सांस

कई बीमारी से था ग्रसित

वहीं घटना के संबंध में CMHO डॉ पुरुषोत्तम सुथार ने कहा कि इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है. उन्होंने बताया कि मरीज पहले से काफी बीमार था, उसे मलेरिया टाइफाइड सहित अन्य बीमारियां थी और जब उसे अस्पताल लाया गया तो वह काफी नाजुक कंडीशन में था. इलाज के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गई है.

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