कोरबा। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक ने निजी कंपनियों में कार्यरत ठेकाकर्मी व श्रमिक मजदूरों के सात सूत्रीय मांगों और विभिन्न सुविधाओं को लेकर खदान बंदी आंदोलन की चेतावनी दी। कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर ने भी मजदूरों को अपना समर्थन दिया।
एसईसीएल में कार्यरत निजी कंपनियों में ड्राइवर, हेल्पर, सुपरवाइजर, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और भी पदों में कार्यरत मजदूरों के साथ कंपनी के द्वारा शोषण व उनकी एचपीसी रेट 8 घंटा काम लेने के बजाय 12 घंटा काम लिया जा रहा है। ईएसआईसी मेडिकल की सुविधाएं प्रदान करने एवं नि:शुल्क संपूर्ण उपचार, मृत्यु में मुआवजा प्रदान, 4 छुट्टी के तहत 26 कार्य करने के बजाय 30 दिन का वेतन सुनिश्चित करने, हर माह के 10 तारीख को पेमेंट भुगतान, सुरक्षा उपकरण, त्योहारी बोनस, वार्षिक एरियर्स और दूसरे प्रांत से आए लोगों को रोजगार से हटाकर प्रभावित क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार में 75 प्रतिशत प्राथमिकता से रखने सहित अनेक मुद्दों पर बुनियादी हड़ताल करने का राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक ने ऐलान किया था। इस विषय पर कटघोरा अनुविभागीय अधिकारी ने संज्ञान लेते हुए निजी कंपनियों हरिराम बोदरा, केजेसीएल, विघनेश सैनिक माइनिंग, जेमको, एके शर्मा, समानता, रूंगटा, विमलेश कंपनी समेत आठ कंपनियों को श्रमिक मजदूरों की समस्याओं पर संवाद के लिए इन नोटिस जारी किया। आज एसईसीएल के गेवरा सभागार में बैठक में कटघोरा एसडीएम, दीपका के तहसीलदार, राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के जिलाध्यक्ष, कटघोरा विधायक, एसईसीएल के महाप्रबंधक, अधिकारीगण और समस्त ठेकाकर्मी व श्रमिक मजदूर शामिल हुए। कंपनियों के प्रतिनिधि व एमडीओ के जवाब से एसडीएम नाराज हुए और कड़े रुख अपनाते हुए श्रमिक मजदूरों व ठेकाकर्मी की मांगों पर सख्ती से पालन करने का आदेश दिए और अपने दफ्तर में मजदूरों से संबंधित सभी जानकारियां कल तब तलब की। चर्चा के दौरान सेेत मसीह, संत चौहान, अभिषेक कंवर, सोनू चौहान, सियाराम कुर्रे, रवि रंजन, कान्हा अहीर, घासी भारद्वाज, राघवेंद्र सिंह राठौर उपस्थित रहे।