0 महाराष्ट्र की फर्म के मोबाइल धारक के विरुद्ध थाना में दर्ज कराया एफआईआर
कोरबा। जल जीवन मिशन में ठेकेदारी करने वाले ठेकेदार को गूगल से सरिया खरीदने की कंपनी सर्च कर ऑर्डर देना और इसके एवज में भुगतान करना महंगा पड़ा। साढ़े 8 लाख रुपए से अधिक की रकम देने के बाद अब न तो कंपनी का पता चल रहा है और न डील करने वाले का। उसके विरुद्ध सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज करा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार एनआर इंटरप्राईजेस पोड़ीबहार के संचालक व ठेकेदार नागेन्द्र कुमार सिंह को जिले में जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी बनाने का ठेका मिला है। इसके लिए उसे 17 टन सरिया की आवश्यकता थी। नागेन्द्र ने इसके लिए गूगल में जाकर सर्च किया एनआर स्टील कार्पोरेशन कंपनी 9/10 सीता विहार एलबीएस मार्ग दामिनी स्टेट, ठाणे वेस्ट मुंबई, मोनं-6295104593 का पता चला। उक्त नंबर के आधार पर नागेन्द्र ने अपने मोबाइल से संपर्क किया। बात करने वाले ने अपना नाम संदीप बताया। 17 टन सरिया आपूर्ति की डील होने के बाद कंपनी का कोटेशन 28-29 नवंबर को व्हाट्सअप के जरिए नागेन्द्र को प्राप्त हुआ। सरिया खरीदने के एवज में एनआर इंटरप्राईजेस के खाता से 29 नवंबर को 5 लाख 15 हजार रुपए एनआर स्टील कार्पोरेशन के खाता में ट्रांसफर कराया, 30 नवंबर को 3 लाख 41 हजार 765 रुपए आरटीजीएस से भुगतान किया। इसके बाद 1 दिसंबर को सरिया सप्लाई के लिए जब नागेन्द्र ने फोन किया तो मोबाइल नंबर बंद बताया। यह नंबर आज तक बंद ही है। अपने साथ धोखाधड़ी का अंदेशा होने पर नागेन्द्र ने सिविल लाइन थाना में 17 टन टीमएमटी सरिया के एवज में 8 लाख 56 हजार 765 रुपए की ठगी करने वाले मोबाइल धारक संदीप के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराया। धारा 420 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।