कोरबा। अगर आपको कामयाबी के शिखर पर पहुंचना है तो अपनी आकांक्षा बड़ी रखिए। व्यक्ति का रंग-रूप नहीं, बल्कि उसकी सोच मायने रखती है। अगर बड़ा लक्ष्य लेकर चलें, उसमें समाज और देश को आगे ले जाने की भावना शामिल करें तो आपको कभी निराश नहीं होना पड़ेगा। यही एक व्यक्ति में उत्कृष्ट व्यक्तित्व का समावेश करता है।
यह बातें कमला नेहरू महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने कहीं। कॉलेज में वेदस इंस्टिट्यूट की ओर से करियर मार्गदर्शन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में वेदस इंस्टिट्यूट की ओर से विषय विशेषज्ञों आरिफ खान और कोमल व्यास शर्मा ने छात्र छात्राओं को अनेक अहम बातें रखते हुए उज्ज्वल भविष्य की राह पर बढऩे की विधियां बताई। श्री खान ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के कठिन और चुनौतीपूर्ण जीवन के कुछ अंश भी साझा किए। उन्होंने बताया कि डोभाल ने दुश्मन देश में कई साल वेश बदलकर निवास किया। पर देश की सुरक्षा का जिम्मा ही था, जो वे अपने हर मिशन में कामयाब हुए। एक औसत कद काठी का यह असाधारण क्षमता वाला व्यक्ति है, जिन्होंने अपने जीवन में ऐसे कार्य कर दिखाए, जिसकी कल्पना कर पाना हर किसी के लिए संभव नहीं। कोमल व्यास शर्मा ने कहा कि अभी आप सभी कॉलेज की पढ़ाई कर रहे हैं। जीवन की चुनौतियों से आज ही जूझना और निपटना सीख लें, तो आने वाले कल में आपको एक मिसाल बनने से कोई कठिनाई नहीं रोक पाएगी। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक, कार्यालयीन कर्मी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। वेदस इंस्टिट्यूट सभी प्रकार की शासकीय सेवाओं में तैयारी कर रहे युवाओं के लिए वन स्टेप सॉल्यूशन की थीम रखते हुए मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करता है। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से अर्थशास्त्र के सहायक प्राध्यापक वायके तिवारी, फॉरेस्ट्री के विभागाध्यक्ष डॉ सुनील तिवारी, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के सहायक प्राध्यापक मनीष पटेल व रामकुमार श्रीवास के अलावा एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।