मुख्यमंत्री की मंशानुसार ग्राम दमिया के गौठान में उद्घाटन
कोरबा। अब कोरबा की महिलाएं भी गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाएंगी। प्राकृतिक पेंट निर्माण से न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई से गांव की महिलाओं को गांव में ही रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप विकासखण्ड पाली के ग्राम दमिया के गौठान में प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई का शुभारंभ किया गया।
ग्राम पंचायत दमिया के गौठान परिसर में पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा, गौसेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा एवं कलेक्टर संजीव झा ने जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई का उद्घाटन किया। अतिथियों ने विभिन्न मशीनों और उपकरणों का अवलोकन कर पेंट निर्माण के विभिन्न चरणों की जानकारी ली। इकाई की उत्पादन क्षमता प्रति दिवस 500 लीटर तक की है। प्रथम दिन 100 लीटर गोबर पेंट का निर्माण किया गया। उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को स्वसहायता समूह के सदस्यों ने गोबर पेंट भेंट किया। गाय के गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट एंटीबैक्टिरियल, एंटीफंगल, नॉनटॉक्सिक और पर्यावरण हितैषी होता है।
0 देश-विदेश में हो रही योजना की सराहना: मोहित
इस अवसर पर विधायक श्री केरकेट्टा ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना से गोबर से आय, खाद से आय अर्जित की जा रही है। प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। अब गोबर पेंट निर्माण से आय सृजन के नये अध्याय की शुरूआत हो रही है, जो कि निश्चित तौर पर सफल होगा। गोधन न्याय योजना और नरवा-गरवार-घुरूवा-बाड़ी मॉडल देश व विदेशों में सराहा जा रहा है। प्रशांत मिश्रा ने कहा कि पूरे राज्य में कोरबा जिले में यह पांचवी इकाई स्थापित की जा रही है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, जनप्रतिनिधि नवीन सिंह, जनपद पंचायत अध्यक्ष, जनपद सदस्य, दमिया की सरपंच श्रीमती अनिता जगत सहित सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर, एसडीएम शिव बनर्जी, डीपीएम राजीव श्रीवास व ग्रामीण मौजूद रहे।
0 गोबर के फायबर से कागज भी बनेगा : कलेक्टर
इस अवसर पर कलेक्टर संजीव झा ने कहा कि गांव की महिलाओं ने बहुत ही कम समय में अच्छा काम करके पेंट निर्माण इकाई के संचालन में भागीदारी निभाई है। इस इकाई का स्वामित्व व देखरेख गोैठान में कार्यरत् शिवशक्ति स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा। उन्होंने महिलाओं को मेहनत और लगन से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने कहा कि अगले चरण में गोबर के फाइबर से कागज, गत्ता, थैला आदि बनाने का भी काम किया जाएगा जिससे अधिक से अधिक महिलाओं को गांव में ही रोजगार प्राप्त होगा।
0 150 रुपए की दर से मिलेगा पेंट
उल्लेखनीय है कि गोबर पेंट-डिस्टेंपर निर्माण में 70-80 रूपए प्रति लीटर लागत आती है। गौठान में निर्मित प्राकृतिक पेंट को 150 रूपए प्रति लीटर की दर से विक्रय किया जाएगा। गोबर पेंट-इमर्शन निर्माण में 140-150 रूपए प्रति लीटर लागत आती है, जिसे समूह द्वारा 265 रूपए प्रति लीटर की दर से विक्रय किया जाएगा। पेंट निर्माण इकाई में स्थापित मशीनों को संचालित करने में 6-7 व्यक्तियों की आवश्यकता होती है। गोबर पेंट निर्माण में गोबर से बने 30 प्रतिशत सीएमसी का उपयोग होता है। शेष 70 प्रतिशत अन्य सामग्री 15-16 प्रकार की होती है।